लोकसंवेदना। प्रभुलाल गरासिया
उदयपुर, 21 फरवरी 2021 को पला सायरा में समाज हितैषी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक का आयोजन हुआ।
आदिवासी समाज भारत का मूलमालिक, मुलबिज है: रामाभाई
बैठक में भारत सरकार के डोक्युमेंट दस्तावेजों के आधार से आदिवासी समुदाय के हक अधिकारो पर चर्चा एवं खुलासा किया गया। सुप्रीकोर्ट, हाईकोर्ट द्वारा आदिवासी समुदाय के लिए दिए गए निर्णय के आधार पर चर्चा कि गई। आदिवासी बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा क्षेत्र से जोड़ने, नशा मुक्ति करने पर समाज को समझाया गया व नशा करने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई।
आदिवासी समुदाय को कुदरती (प्रकृति) के साथ जीवन जीने पर जोर दिया गया। ताकि आज वर्तमान समय में प्रकृति से खिलवाड़ करने पर होने वाले कुदरती कहर को रोकने के लिए कुदरत के साथ जीवन जीने पर जोर दिया गया, कुदरती खेती करने पर बताया गया और आदिवासी समुदाय के साथ भारत के हर राज्य, जिला, तहसील, गांव में होने वाले अत्याचारों के खिलाफ एक जुट होकर लड़ने के लिए बताया गया।
इस बैठक में गुजरात राज्य से राजस्थान के राजसमन्द, उदयपुर, पाली, सिरोही, आबूरोड जिलों से समाज आया। बैठक में अमरा भाई ने भारत सरकार के डोक्युमेंट दस्तावेजों का खुलासा किया, कि सरकार कौन उनके दस्तावेज कंनसे है। रामा भाई ने आदिवासी समुदाय को बताया कि आदिवासी समाज की आज जो स्थिति है, कारण है शिक्षा की कमी, रोजगार की कमी, नशे लत आदि कारणों से आदिवासी समाज की स्थिति दयनीय है। बैठक में पाली जिले से जगदीश आदिवासी भील, राजसमन्द से वेणीराम भील, भारत लक्ष्मण भाई, उदयपुर से मदन भाई, नारायण भाई, माधुभाई, स्थानीय मोती भाई, लक्ष्मण भाई, नारायण भाई व सरपंच महोदय मनोहर लाल भील (गमेती ) उपस्थित थे।